STORYMIRROR

गरीब और हमदर्दी हालत मजदूर था साहब प्यार कसम ग़ज़ल कविता मजदूर बेहाल याद गर्मी ये अकिंचन तू अब तक कहां था प्यास मजदूर है labour अक्स जेठ आग सिर दोपहर

Hindi बेहाल मजदूर Poems